18 मई 2014 - 19:30
समाचार कोड: 609586

वहाबी आतंकवादीः ऐ मेरे अल्लाह मुझे बिना किसी हिसाब व किताब के जन्नत में दाखिल कर दे।
वहाबी आतंकवादीः ऐ मेरे अल्लाह मुझे बिना किसी हिसाब व किताब के जन्नत में दाखिल कर दे।